हिन्दू धर्म में ऐसे कई व्रत त्यौहार और उपाय है जिनको करने से मनुष्य को कई प्रकार के लाभ प्राप्त होते है, ऐसे ही अनेक पर्वो में से एक है बहुला चतुर्थी, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली चतुर्थी बहुला चतुर्थी कहलाती है, बहुला चतुर्थी के दिन व्रत भी रखा जाता है, ऐसा माना जाता है की इस चतुर्थी का संबंध गणेश जी से है इसीलिए इस व्रत को करने पर गणेश जी मनोकामना जरूर पूरी करते है और इस दिन व्रत के साथ साथ गाय माता की पूजा करना भी बहुत शुभ माना जाता है |बहुला चतुर्थी से जुडी मान्यता के अनुसार इस व्रत को सच्चे मन से करने पर भगवान जरूर प्रसन्न होते है और मनचाहा फल प्रदान करते है, बहुला चतुर्थी के दिन भगवान शिव, पार्वती, कार्तिकेय, गणेश जी और गाय माता की मिट्टी से प्रतिमा बनाई जाती है और फिर उनका पूजन किया जाता है |
बहुला चतुर्थी व्रत की विधि
बहुला चतुर्थी के दिन घर में मिटटी से बनी शिव जी, पार्वती जी, कार्तिकेय और गणेश जी की मूर्ति स्थापित करे और फिर उनका पूजन करे, पूजन करने के बाद पुरे दिन उपवास रखने का संकल्प ले, और इस दिन गाय की पूजा का भी विशेष महत्व है इसीलिए इस दिन गाय की पूजा भी जरूर करे, इस दिन गाय को गुड की रोटी खिलाये और चारा भी खिलाये | इसके बाद पुरे दिन में किसी चीज का सेवन ना करे, हां लेकिन फलो का सेवन कर सकते है | शाम के समय पुनः भगवान का पूजन करे और पूजन करते समय भगवान के समक्ष घी का दीपक जरूर जलाये, इसके बाद आप भोजन कर सकते है |
होती है संतान प्राप्ति
सच्चे मन से किये गए इस व्रत से संतान प्राप्ति भी होती है, ऐसा माना जाता है की इस दिन रात में भगवान कृष्ण की पूजा करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है, इसीलिए जो दंपत्ति माता पिता बनने का सुख भोगना चाहते है वे इस व्रत को जरूर करे और शाम के समय भगवान कृष्ण की पूजा भी अवश्य करे |
धन धान्य की प्राप्ति
इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा करने पर धन लाभ भी प्राप्त होता है, इसके लिए इस दिन गणेश जी के साथ लक्ष्मी माँ की पूजा करने से जीवन में धन से जुडी सभी समस्याए समाप्त हो जाती है और जीवन में कभी भी धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है |